मुंगई माता बावनकेरा पटेवा महासमुंद
मुंगई माता
बावनकेरा ग्राम के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग
53 के किनारे स्थित मुंगई माता मंदिर में हुई। भालू आने की सूचना प्राप्त होते ही ग्रामीण तथा राहगीर बहुत बड़ी संख्या में इकट्ठे हो गए तथा भालू को नारियल, बिस्कुट, प्रसाद आदि खिलाने लगे। भालू एक हिंसक वन्यप्राणी है। उसके निकट जाने पर वह अपनी प्रवृत्ति के अनुरुप कभी भी किसी भी बात पर हिंसक हो कर आपको घायल कर सकता है। वनमंडल अधिकारी आशुतोष मिश्र ने अपील की है कि मंदिरों के निकट इस तरह आने वाले भालूओं को खाने के लिए दें जिससे वे स्वयं वहां आना बंद कर देगें। वहीं चंडी मंदिर में एक महिला भालू को कुछ खिलाते हुए फोटो खिंचवा रही थी उसी समय कैमरा के फ्लैश से भालू विचलित हो गया था, क्योंकि भालू आग एवं तेज रोशनी से डर कर दूर भागता है या तत्काल हमला कर घायल कर सकता है। पर पूर्ण लेख अब मुंगई माता मंदिर में भी पहुंच रहे भालू में
बावनकेरा ग्राम के निकट राष्ट्रीय राजमार्ग 53 के किनारे स्थित मुंगई माता मंदिर में हुई। भालू आने की सूचना प्राप्त होते ही ग्रामीण तथा राहगीर बहुत बड़ी संख्या में इकट्ठे हो गए तथा भालू को नारियल, बिस्कुट, प्रसाद आदि खिलाने लगे। भालू एक हिंसक वन्यप्राणी है। उसके निकट जाने पर वह अपनी प्रवृत्ति के अनुरुप कभी भी किसी भी बात पर हिंसक हो कर आपको घायल कर सकता है। वनमंडल अधिकारी आशुतोष मिश्र ने अपील की है कि मंदिरों के निकट इस तरह आने वाले भालूओं को खाने के लिए दें जिससे वे स्वयं वहां आना बंद कर देगें। वहीं चंडी मंदिर में एक महिला भालू को कुछ खिलाते हुए फोटो खिंचवा रही थी उसी समय कैमरा के फ्लैश से भालू विचलित हो गया था, क्योंकि भालू आग एवं तेज रोशनी से डर कर दूर भागता है या तत्काल हमला कर घायल कर सकता है। पर पूर्ण लेख अब मुंगई माता मंदिर में भी पहुंच रहे भालू में
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